श्री गजानन महाराज प्रकट दिन
प्रिय श्रोताओं आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से शेगांव के श्री गजानन महाराज के प्रकट दिन के बारे में जानकारी हासिल करेंगे। वैसे तो श्री गजानन महाराज की प्रसिद्धि पूरे विश्व भर में है और उन्हें किसी भी प्रकार के परिचय की आवश्यकता नहीं और इस संसार में शायद ऐसा कोई भी नहीं है जो उनके बारे में कुछ बताने में या कह पाने में समर्थ हो।
शेगांव, महाराष्ट्र राज्य के अकोला शहर से कुछ किलोमीटर दूर जिला बुलढाणा के अंतर्गत आता है और यहीं पर श्री गजानन महाराज पहली बार देखे गए जिसे उनके प्रकट दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनके जन्म और जन्म स्थान के बारे में किसी को भी जानकारी नहीं है। जब उन्हें पहली बार देखा गया तब वह एक युवक थे और वे झूठी पत्तलों से खाना उठा कर खा रहे थे।
प्रकट दिन मुहूर्त
दिन गुरुवार
दिनांक 20 फरवरी 2025
माघ (फाल्गुन-पूर्णिमांत) कृष्ण सप्तमी
प्रकट दिन का अर्थ क्या होता है
जिस समय श्री गजानन महाराज को पहली बार देखा गया अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से वह दिन 23 फरवरी 1878 का दिन था और हिंदू अमांत पंचांग के अनुसार वह तिथि माघ महीने की कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि थी। तिथि अनुसार यही दिन गजानन महाराज प्रकट दिन के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन श्री गजानन महाराज के मंदिरों से पालकी निकाली जाती है और उनकी चरण पादुका का पूजन किया जाता है।
शेगांव में इस दिन भव्य उत्सव का आयोजन किया जाता है इस दिन “श्री” की पालकी निकाली जाती है तथा देश भर से लोग मंदिर में दर्शन के लिए जमा होते हैं तथा दासगणू रचित श्री गजानन विजय ग्रंथ जिसमें गजानन महाराज की विभिन्न लीलाओं का वर्णन है उसका पारायण भी करते हैं।
श्री गजानन विजय ग्रंथ अपने आप में एक सिद्ध ग्रंथ है जिसका पारायण करने से मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है ऐसी इसकी महिमा है। इस ग्रंथ का पारायण गजानन महाराज प्रकट दिन के एक सप्ताह या तीन दिन पहले शुरू करना चाहिए और प्रकट दिवस पर इसका पारायण पूर्ण करना चाहिए इससे श्री गजानन महाराज की कृपा दृष्टि प्राप्त होती है।
अगर किसी कारण से इस संपूर्ण ग्रंथ का पारायण करना संभव ना हो तो इसमें दिया हुआ 21 वां अध्याय अवश्य ही पढ़ना चाहिए क्योंकि इस अकेले अध्याय में संपूर्ण ग्रंथ पारायण करने का पुण्य समाहित है। इस दिन गजानन महाराज बावन्नी का पाठ भी अवश्य करना चाहिए।
वैसे इस ग्रंथ का परायण दशमी तिथि से शुरू करके द्वादशी तिथि को यानी कि 3 दिन में भी किया जा सकता है। ऐसी भी मान्यता है कि गुरुपुष्यामृत (जिस गुरुवार को चंद्रमा पुष्य नक्षत्र मैं स्थित हो) के दिन भी इस ग्रंथ का सम्पूर्ण पाठ या केवल 21वे अध्याय का पाठ करने से संपूर्ण पुण्य की प्राप्ति होती है।
नोट : यह ग्रंथ गजानन महाराज संस्था की वेबसाइट पर आप पीडीएफ स्वरूप में बिना किसी शुल्क के डाउनलोड कर सकते हैं।
विशेष: गजानन महाराज बावन्नी पढ़ने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें :
गजानन महाराज बावन्नी
गजानन महाराज मंत्र
श्री गजानन महाराज हमेशा एक ही मंत्र बोला करते थे जिसका इस दिन जाप करना चाहिए:
गण गण गणात बोते।।
ग्रंथ का पाठ पूरा हो जाने पर श्री गजानन महाराज के लिए झुणका भाकर यानी कि बेसन और ज्वार की रोटी का भोग लगाया जाता है और उनके प्रकट दिवस के अवसर पर घर-घर में इसी का नैवेद्य लगाया जाता है। साथ ही देश भर के श्री गजानन महाराज के मंदिरों में महाप्रसाद का आयोजन किया जाता है जिसे भक्त लोग बड़ी श्रद्धा से ग्रहण करते हैं।
सभी लोगों को गजानन महाराज के शेगांव मंदिर में वर्ष में एक बार दर्शन के लिए अवश्य ही जाना चाहिए। वहां पर मंदिर का वातावरण इतना सुखद है कि परेशान से परेशान व्यक्ति भी अगर वहां जाए और महाराज के दर्शन करें तो उसके मन को अत्यंत प्रसन्नता प्राप्त होती है। भक्तजनों का दृढ़ विश्वास है कि गजानन महाराज आज भी अपने सूक्ष्म रूप में वहां पर उपस्थित हैं।
श्री गजानन महाराज ने हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि (ऋषि पंचमी ) यानी 08/09/1910 को समाधि ली और उस स्थान पर उनके समाधि स्मारक मंदिर का निर्माण किया गया और साथ ही गजानन महाराज संस्थान की स्थापना की गई।
इस संस्थान ने “श्री” के मंदिर के साथ-साथ वहां पर भक्तजनों के लिए इतनी अच्छी सुविधाएं प्रदान की है जैसे कि अत्यंत कम दरों पर उपलब्ध भक्त निवास तथा निशुल्क महाप्रसाद की सुविधा जिसमें प्रतिदिन लाखों लोग अन्न ग्रहण करते हैं। यहां पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि इस संस्थान के सभी लोग सेवा भाव से और श्री के प्रति श्रद्धा भाव से निस्वार्थ होकर कार्य करते हैं।
हमें भी इस दिन अपने सामर्थ्य अनुसार असमर्थ या निर्धन लोगों को भोजन कराना चाहिए और अपनी शक्ति अनुसार उन्हें वस्त्र आदि का दान करना चाहिए। जय गजानन!!
लेखन और संपादन
श्री भूपेश सावरकर(सशुल्क ज्योतिष और वास्तु शास्त्र सलाहकार)मो. 9371257665
FAQ's for Gajanan Maharaj Prakat Din
Q1. गजानन महाराज प्रकट दिवस कब आता है?
A. अमांत कैलेंडर के अनुसार गजानन महाराज का प्रकृट दिन माघ महीने में कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पर आता है और पूर्णिमा कैलेंडर के अनुसार फागुन महीने की कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को आता है।
Q2. श्री गजानन महाराज सबसे पहले कब प्रकट हुए थे ?
A. 23 फरवरी 1878
Q3. गजानन महाराज प्रकट दिवस 2025 मे कब है ?
A. 20 फरवरी 2025
Q4. गजानन महाराज विजय ग्रंथ का पारायण कब और कितने दिन में करना चाहिए ?
A. इस ग्रंथ का पारायण गजानन महाराज प्रकट दिन के एक सप्ताह या तीन दिन पहले शुरू करना चाहिए
Q5. गजानन महाराज का मूल मंत्र कौन सा है ?
A. गण गण गणात बोते।
Q6. विजय ग्रंथ उद्यापन कब करना चाहिए ?
A. गजानन महाराज प्रकट दिवस के दिन गजानन महाराज को बेसन और ज्वार की रोटी जिसे झुंका भाकर कहते हैं का नैवेद्य दिखाकर ग्रंथ का परायण पूर्ण करना चाहिए।
Good artical .......gan ganat bote ....Jay gajanan.
ReplyDeleteJai Gajanan
ReplyDeleteGan gan ganat bote
DeleteJay gajanan
Deletejai gajanan
ReplyDeleteJai Gajanan Maharaj
ReplyDeleteJay gajanan mauli
DeleteJai Gajanan Mauli..
ReplyDeleteJai gajanan
ReplyDeleteGan gan ganat bote
ReplyDeleteजय गजानन
ReplyDeleteJai gajanan Maharaj
ReplyDeleteJay gajanana
ReplyDeleteJay gajanan
ReplyDeleteजय गजानन
ReplyDeleteजय गजानन
ReplyDeleteGan Gan Ganat Bote
ReplyDeleteJai Shree Gajanan Mauli
Jay gajanan Shri gajanan
ReplyDelete.. Jay Gajanana..
ReplyDeleteJai gajanan shree gajanan
ReplyDeleteJay Gajanan Maharaj gana
ReplyDeleteजय गजानन, श्री गजानन
ReplyDeleteजय गजानन, श्री गजानन
ReplyDelete🙏🏻💐🙏🏻
ReplyDeleteजय गजानन
ReplyDeleteजय गजानन
ReplyDeleteJai Gajanan Maharaj !! Gan Gan Ganat Bote
ReplyDeleteगण गण गणांत बोते।।
ReplyDeleteGana Gana Ganat Bote, Jai Gajanan🙏
ReplyDeleteJay gajanan maharaj ki jay
ReplyDelete।।अनंतकोटी ब्रम्हांडनायक महाराजाधिराज योगीराज परम ब्रम्ह सच्चिदानंद भक्त प्रतिपालक शेगांव निवासी समर्थ सद्गुरू श्री गजानन महाराज की जय।। 🙏🌹🙏
ReplyDeleteJay Gajanan Maharaj
ReplyDeleteजय गजानन🌹🌹🙏
ReplyDeleteअनंत कोटी ब्रम्हांड नायक ।
ReplyDeleteमहाराजा धिराज योगिराज ।
परब्रंम्ह सच्चितानंद भक्त प्रतिपालक ।
शेगाव निवाशी श्री समर्थ सदगुरु ।
श्री गजानन महाराज की जय ।।.🙏🙏
अनंत कोटी ब्रम्हांड नायक ।
ReplyDeleteमहाराजा धिराज योगिराज ।
परब्रंम्ह सच्चितानंद भक्त प्रतिपालक ।
शेगाव निवाशी श्री समर्थ सदगुरु ।
श्री गजानन महाराज की जय ।।.🙏🙏
जय गजानन महाराज.🙏🌹
ReplyDeleteजय गजानन महाराज.🙏🌹
ReplyDeleteपरब्रंम्ह सच्चितानंद श्री समर्थ सदगुरु
ReplyDeleteश्री गजानन महाराज की जय ।
Jay Gajanan mauli
ReplyDeleteजय गजानन श्री गजानन माऊली प्रसन्न 🙏
ReplyDeleteजय गजानन माऊली
ReplyDeleteजय गजानन श्री गजानन महाराज गण गण गणात बोते
ReplyDeleteJay gajanan mauli...
ReplyDeleteGan Gan Ganat note
ReplyDeleteBahot achchi jankari article dwara mili