अधिक मास में दीपदान
पिछले आर्टिकल में आप लोग अधिक मास या पुरुषोत्तम मास के बारे में जान ही चुके हैं आइए अब इस लेख के माध्यम से यह जानते हैं कि अधिक महीने में दीप-दान करने से क्या लाभ होता है और इस बारे में कौन सी कथा बताई गई है। अधिक मास माहात्म्य में ऐसा बताया गया है कि इस महीने में दीपदान करने से और कथा सुनने से मनुष्य पांच प्रकार के पापों से मुक्त हो जाता है। तो आइए जानते हैं इस कथा के बारे में जो ऋषि वाल्मीकि ने एक महान राजा दृढंधन्वा से कही।
अधिक मास 2023 दीपदान कब करें ?
इस वर्ष अधिक महीने में दीप दान करने की शुरुआत श्रावण अधिक मास, मंगलवार 18 जुलाई 2023 से होगी और बुधवार 16 अगस्त 2023 तक दीपदान और बाकी बताए हुए धार्मिक कर्म जैसे कि गीता के 15वें अध्याय का पाठ, अधिक मास में पड़ने वाली पद्मिनी एकादशी का व्रत और दान भी कर सकते हैं।
Adhik Maas 2023 date for deepdan
Shravan adhik mass deepdan and other religious rituals can be started from Tuesday 18th July 2023
till Wednesday 16th August 2023
अधिक मास व्रत कथा | Adhik maas vrat katha
एक बार राजा दृढंधन्वा ने ऋषि वाल्मीकि से पूछा की अधिक मास में दीपदान करने का क्या महत्व है ? और इससे कौन सा पुण्य प्राप्त होता है ? तब ऋषि वाल्मीकि ने राजा से कहा की मैं आपको एक कथा सुनाता हूं जो राजा चित्रबाहू के पूर्व जन्म से संबंधित है।
एक समय पर सौभाग्य नगर नाम का राज्य हुआ करता था उस राज्य में सुख शांति और समृद्धि सभी कुछ था। उस राज्य का राजा चित्रबाहू हुआ करता था जो शरीर से जितना शक्तिशाली था मन से उतना ही दयालु था जिसे ना सिर्फ धर्म का ज्ञान था बल्कि वह उसका अनुसरण भी करता था।
एक बार अगस्त्यमुनि उसके राज्य में पहुंचे और तब चित्रबाहू ने उनका आदर-सत्कार किया तथा उनकी सेवा की तत्पश्चात उन्होंने अगस्त्यमुनि से यह प्रश्न किया कि मेरे राज्य में जो सुख शांति एवं समृद्धि है इसका क्या कारण है ऐसा कौन सा पुण्य है जिसकी वजह से यह सब वैभव है?
मुनि बोले अपने पूर्व जन्म में तुम प्राणियों का शिकार करते थे और तुम्हारा नाम मणिग्रीव हुआ करता था। तुम स्वभाव से नास्तिक थे और चरित्र से दुष्ट, दूसरों के साथ बुरा व्यवहार करते थे और पराई स्त्रियों के साथ तुम्हारे संबंध थे। तुम्हारे इसी आचरण के कारण तुम्हारे जाति के लोगों ने तुम्हारा बहिष्कार कर दिया।
इस जन्म में जो तुम्हारी पत्नी चंद्रकला है वही पिछले जन्म में भी तुम्हारी पत्नी सुंदरी थी जिसने हमेशा तुम्हारी सेवा की और अपना धर्म निभाया। एक बार वहां के राजा ने तुम से क्रोधित होकर तुम्हारा ज्यादातर धन ले लिया और बचा कुचा तुम्हारे जाति वालों ने लूट लिया और तुम कंगाल हो गए लेकिन ऐसी हालत में भी तुम्हारी इस पतिव्रता पत्नी ने तुम्हारा साथ नहीं छोड़ा।
इसके बाद तुम अपनी पत्नी के साथ जंगल में चले गए और वहां पर पशुओं को मार कर अपना जीवन यापन करने लगे। और इसी तरह एक दिन शिकार करने के लिए तुम जंगल में गए जहां पर एक उग्रदेव नाम का ब्राह्मण मूर्छित अवस्था में तुम्हें मिला जो रास्ता भटक गया था तुम उन्हें उठाकर अपने घर ले गए।
तुम दोनों पति पत्नी ने उस ब्राह्मण की सेवा करके उसे ठीक कर दिया होश में आने पर उन्हें आश्चर्य हुआ कि मुझे यहां कौन लाया। फिर मणिग्रीव उन्हें लेकर तालाब पर गया और कहा कि आप नहा लीजिए और उसके बाद फलाहार कर के जल ग्रहण कीजिए।
मणिग्रीव और उसकी पत्नी ने उग्रदेव का आदर सत्कार किया और उन्हें प्रणाम किया और फिर उन्हें फल प्रदान किए इस पर उग्रदेव ने कहा कि मैं आपको नहीं जानता इसलिए कृपा कर अपना परिचय दीजिए ताकि मैं यह फल ग्रहण कर सकूं।
मणिग्रीव के परिचय देने के बाद उग्रदेव ने फल ग्रहण किए और कुछ देर आराम किया मणिग्रीव ने उनकी सेवा की और पूछा कि आप इस जंगल में कैसे आए और आप कहां जा रहे थे तब उग्रदेव ने बताया कि वह प्रयाग जा रहे थे और रास्ता भटक गए थे।
उग्रदेव ने उन दोनों पति-पत्नी की सेवा से प्रसन्न होकर उनसे कहा कि तुम दोनों ने मेरी इतनी सेवा की है बताओ मैं तुम्हें क्या दूं और यह प्रश्न भी किया कि तुम दोनों इस जंगल में क्यों रह रहे हो?
तब मणिग्रीव ने अपने भयंकर कर्मों और पापों के बारे में उन्हें बताया और इस दरिद्रता से निकलने के लिए और वैभव को पाने के लिए उपाय पूछा।
उग्रदेव ने कहा कि तुम दोनों ने जो मेरा आदर सत्कार किया है उस कारण मैं तुम्हें ऐसा उपाय बताता हूं जिससे कि बिना तीर्थ में गए बिना दान किए या बिना किसी व्रत के तुम्हारी गरीबी दूर हो जाएगी। तो सुनो अब से 3 महीने बाद जो अधिक मास आएगा उसमें तुम दोनों पति पत्नी भगवान श्री कृष्ण अर्थात पुरुषोत्तम भगवान को प्रसन्न करने के लिए दीपदान करना जिससे तुम्हारी गरीबी जड़ से खत्म हो जाएगी।
अधिक मास दीपदान विधि | Adhik maas deepdan vidhi
तिल के तेल से दीप दान करना चाहिए अगर वह नहीं हो तो घी से दीप दान करना चाहिए लेकिन इस जंगल में तुम्हारे पास यह दोनों नहीं है इसलिए तुम महीना भर इंगुदी के तेल से दीपदान करना। हर रोज नहाने के बाद तुम दोनों पति पत्नी इस जंगल में दीपदान करना इससे तुम्हें लक्ष्मी की प्राप्ति होगी।
जितने भी तरह के दान है या तीर्थ स्थान है या ज्ञान है या व्रत है वे पुरुषोत्तम मास में किए गए दीपदान के सोलहवीं कला के बराबर भी नहीं है। इससे धन-धान्य ऐश्वर्या पुत्र पौत्र एवं समृद्धि प्राप्त होती है। यह निसंतान को संतान, राजा को उसका राज्य, सौभाग्य एवं मनुष्य को उसकी इच्छा अनुसार फल देता है।
जिस भी स्त्री या पुरुष के विवाह में देरी हो रही है या कोई अड़चन आ रही है अगर किसी की पढ़ाई में कोई परेशानी आ रही है या कोई मोक्ष पाना चाहता है उन सभी को यह उपाय करना चाहिए।
इस तरह मुनि ने चित्रबहु से कहा कि पिछले जन्म में तुमने और तुम्हारी पत्नी ने जो इंगुदी के तेल से पुरुषोत्तम मास में दीपदान किया था उसी कारण तुम्हें यह समृद्ध राज्य प्राप्त हुआ है। अगर कोई संपूर्ण मास में अखंड दीप दान करता है या व्रत करता है तो उसके पुण्य की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
Adhik mass deepdan benefits | अधिक मास दीपदान के लाभ
- अधिक महीने में क्या हुआ दीपदान किसी भी तीर्थ स्थान में किए गए दान से ज्यादा पुण्य प्रदान करता है।
- मलमास में दीपदान करने से धन-धान्य ऐश्वर्या पुत्र पौत्र एवं समृद्धि प्राप्त होती है।
- पुरुषोत्तम मास में दीपदान करने से विवाह में हो रही देरी और पढ़ाई में आ रही परेशानियों को दूर करने में सहायता मिलती है।
- अधिक मास में दीपदान करने से मोक्ष की इच्छा करने वालों को मोक्ष की प्राप्ति भी होती हैं।
- अधिक मास में महीना भर दीपदान करता है या अखंड दीप दान करता है उसके पुण्य की तो कल्पना भी नहीं की जा सकती।
FAQ's on Adhik mass deepdan
Q1. 2023 में अधिक मास दीपदान कब करें?
A1. 2023 में अधिक महीने में मंगलवार 18 जुलाई 2023 से लेकर 16 अगस्त 2023 कभी भी दीपदान कर सकते हैं।
Q2. मलमास दीपदान कैसे करना चाहिए ?
A2. दीया में तिल का तेल या गाय के दूध से बने घी भर कर दीप जलाकर दान करना चाहिए।
Q3. पुरुषोत्तम मास दीपदान करने से क्या होता है ?
A3. पुरुषोत्तम भगवान की कृपा प्राप्त होती है और 5 प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है।
Q4. अगला मलमास कब लगेगा ?
A4. अगला मलमास सावन महीने में जुलाई 2023 में लगेगा।
Q5. मलमास कितने साल बाद लगता है?
A5. 3 सालों में लगता है।
Q6. मलमास में और क्या दान करना चाहिए?
A6. मलमास में दीप, वस्त्र, अन्न और चांदी की वस्तुओं के दान कर सकते हैं.
Q7. How often does Adhik maas come ?
A7. Once in 3 years.
Q8. When is next Adhik Maas?
A8. Next Adhik maas is in 2023 starting from July 18th 2023 to August 16th 2023.